O Level – इस कोर्स को राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (NIELIT) पूर्व में प्रचलित नाम DOEACC द्वारा के द्वारा ही डिजाइन किया गया है। इस कोर्स को सभी सरकारी नौकरियों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। कोर्स को करने के लिए इंटर पास होना आवश्यक है। इस कोर्स के निम्न फायदे हैं सबसे पहले तो इस कोर्स को करने से राज्य सरकार तथा केंद्र सरकार के किसी भी सरकारी नौकरी के लिए आप आवेदन कर सकते हैं। इस आवेदन में हम A ग्रेड और B ग्रेड की नौकरियों के लिए आवेदन कर सकते हैं। जबकि CCC के द्वारा सिर्फ C और D ग्रेड के लिए आवेदन किया जा सकता है। इस कोर्स की मान्यता किसी विश्वविद्यालय द्वारा कराए जाने वाले कंप्यूटर साइंस यानी BCA-MCA के बराबर होता है। इस प्रकार अगर यह देखा जाए कि, अगर कोई छात्र BCA-MCA करना चाहता है तो उसे लाखों रुपए खर्च करने में मजबूर होना पड़ता है। लेकिन इस कोर्स को अगर किया जाए तो इस कोर्स की अवधि मात्र 1 वर्ष की होती है और इसे इसे बहुत ही कम खर्चे में किया जा सकता है।
CCC (Course on Computer Concepts) इस कोर्स को भी राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (NIELIT) पूर्व में प्रचलित नाम DOEACC द्वारा के द्वारा ही डिजाइन किया गया है। NIELIT द्वारा संचालित डिजिटल साक्षरता पाठ्यक्रम के अंतर्गत ECC, CCC+, BCC आदि अन्य कोर्सेज भी कराई जाती है CCC कोर्स ऑन कंप्यूटर कंसेप्ट। कंप्यूटर अवधारणा पर पाठ्यक्रम कोर्स तैयार करने का उद्देश्य जनसाधारण को सामान्य सूचना प्रौद्योगिकी तथा कंप्यूटर से अवगत कराना है जिससे दिन प्रतिदिन के कार्यों में वह डिजिटल साक्षरता का उपयोग कर सकें। सीसीसी कोर्स को विभिन्न सरकारी नौकरी में अनिवार्य कर दिया गया है। वर्तमान में निकलने वाली सरकारी नौकरी जहां डॉक्यूमेंटेशन की आवश्यकता है, मैं आवेदन करने के लिए सीसीसी होना आवश्यक है।